एल.आई. सी. वाले प्रवीण कुमार को श्रद्धांंजलि देने के लिए समारोह में शामिल हुए समाज के विभिन्न प्रतिनिधी
श्रद्धांंजलि समारोह में शामिल पूर्व चीफ पार्लियामैंट सेक्रेटरी और संसद उम्मीदवार पवन कुमार टीनू, विधायक रमन अरोड़ा, युवा नेता रोबिन सांपला
जालन्धर, 1 मई 2024 (नरेन्द्र कश्यप) – एल.आई.सी. वाले प्रवीण कुमार को शहर की विभिन्न राजनीतिक और समाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने श्रद्धांंजलि भेंट की। उनके परिवार ने आत्मिक शांति के लिए घर में गरुड़ पुराण का पाठ करवाया। इसके बाद श्रद्धांंजलि समारोह और रस्म पगड़ी कृष्ण मुरारी मंदिर, गोपाल नगर, जालन्धर में हुई जिसमें पंजाब के अलग अलग शहरों से रिश्तेदार, कश्यप समाज के साथी और दूसरे समाज के गण्य-मान्य साथी शामिल हुए। इनके अलावा एल.आई.सी. के विभिन्न दफ्तरों से साथी और इनके साथ जुड़े परिवार भी शामिल हुए और प्रवीण जी के परिवार के साथ शोक प्रकट किया। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधी शामिल हुए और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांंजलि अर्पित की, जिनमें इलाके के पूर्व कौंसलर दविन्द्र रौनी, आप के युवा नेता रोबिन सांपला, विधायक रमन अरोड़ा, आम आदमी पार्टी के जालन्धर से सांसद उम्मीदवार पवन कुमार टीनू शामिल हुए।
इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ दु:ख सांझा करने के लिए कश्यप क्रांति पत्रिका के मुख्य संपादक श्रीमति मीनाक्षी कश्यप, मालिक नरेन्द्र कश्यप, कश्यप राजपूत मैंबर्स एसोसिएशन जालन्धर के प्रधान राज कुमार कश्यप, मन्नी ढाबा से अनिल कुमार मन्नी, हरजीत मल्होत्रा, सतीश कुमार, विजय कुमार, मास्टर मनोहर लाल, बिल्ला साउंड एवं डी.जे. के मालिक अजय कुमार, धीरज सनोत्रा के अलावा बहुत से अन्य गण्य-मान्य शामिल हुए और दिवंगत आत्मा को श्रद्धासुमन भेंट किए।
इससे पहले 20 अप्रैल को अपनी संसारिक यात्रा पूरी करते हुए प्रवीण कुमार जी स्वर्ग सिधार गए। उनके बेटे धु्रव ने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया। प्रवीण कुमार के परिवार में अब उनकी पत्नी श्रीमति मंजू, बेटा धु्रव और बेटी सलोनी व दामाद हैं।
प्रवीण कुमार का जन्म 11-8-1965 को पिता रघुनाथ और माता शीला रानी के घर हुआ। 11 अक्तूबर 1992 को प्रवीण कुमार मन्जू के जीवन साथी बने और प्रमात्मा ने घर में बेटी सलोनी और बेटे धु्रव की खुशियां प्रदान की। प्रवीण कुमार एल.आई.सी. के साथ अपना कैरियर शुरु करके डिवल्पमैंट अफसर तक पहुंचे और बहुत से परिवारों को एल.आई.सी. के साथ जोड़ा। प्रवीण जी एक बहुत ही मिलनसार, हंसमुख और मीठा बोलने वाले इन्सान थे। पिछले थोड़े समय से प्रवीण कुमार जी की सेहत ठीक नहीं रही और 20-4-2024 को वह इस दुनिया को छोड़ कर स्वर्ग सिधार गए। उनके अचानक चले जाने से परिवार को जो नुक्सान हुआ है वह कभी भी पूरा नहीं किया जा सकता है। इनकीअसमय मौत से समाज को भी बहुत नुक्सान हुआ है।
हम कश्यप क्रांति पत्रिका और पहचान वैबसाइट की समस्त टीम की ओर से अपने साथी प्रवीण कुमार जी की मृत्यु पर परिवार के साथ शोक प्रकट करते हैं और भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वह इनकी आत्मा को अपने चरणों में निवास दे और परिवार को यह दु:ख सहने का शक्ति प्रदान करे।